उत्तर प्रदेशगौतम बुद्ध नगरग्रेटर नोएडानोएडानोएडा वेस्ट

उपलब्धिः यूपी-112 के रेस्पान्स टाइम में कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर प्रदेश भर में 13वीं बार अव्वल

बीते वर्ष जुलाई 2021 से अब तक पहले स्थान को रखा है बरकरार

नोएडा। जुलाई महीने में पूरे प्रदेश के यूपी- 112 के रेस्पान्स टाइम में कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर ने प्रथम स्थान हासिल किया है। जुलाई 2021 से लगातार कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पहले स्थान पर ही रहा है। वर्तमान में रोजना करीब 450 इवेन्ट प्राप्त होते हैं। जिनको कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर से डायल 112 से 65 चार पहिया पीआरवी और 50 दो पहिया पीआरवी से पहुंचकर तुरंत सहायता दी जाती है।

जुलाई में 17909 सूचनाएं मिली

कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में जुलाई में कुल-17 हजार 909 सूचनाएं प्राप्त हुईं। इन पर पीआरवी से तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर तुरंत कार्यवाही कर सहायता दी गई। महिलाओं की सुरक्षा के दृष्टिगत कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में 6 महिला पीआरवी चलती हैं। हाईवे पर सुरक्षा एवं त्वरित रेस्पॉस के लिए चार पीआरवी ईस्टर्न-पेरीफेरल तथा दो पीआरवी यमुना-एक्सप्रेस-वे पर चलती हैं। जुलाई में कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में शहरी क्षेत्र में पीआरवी का एवरेज रेस्पॉन्स टाइम पांच मिनट चार सेकेंड रहा। देहात क्षेत्र में पीआरवी का रेस्पॉस टाइम 6 मिनट 54 सेंकेंड रहा। कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर का जुलाई का औसतन रेस्पॉन्स टाइम 06 मिनट 13 स

सेकेंड रहा है।

फ्रेशर व रिफ्रेशर कोर्स कराया जाता है

पीआरवी की उत्तम कार्यशैली व तकनीकी सहायता तथा जल्द से जल्द कॉलर को पूरी सहायता देने के लिए पीआरवी कर्मियों को समय-समय पर 18 दिवसीय फ्रेशर तथा प्रत्येक 6 माह के अन्तराल में सभी पीआरवी कर्मियों को 09 दिवसीय रिफ्रेशर कोर्स कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर की पुलिस लाइन में कराया जाता है।

जुलाई में प्रदेश के यूपी-112 कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर 3 बार ’’पीआरवी ऑफ दा डे’’ का खिताब प्राप्त किया है।

इन्हें दी गई तुरंत सहायता, इलाज को भर्ती कराया

4 जुलाई को थाना सूरजपुर क्षेत्रान्तर्गत एक व्यक्ति के छत से गिरने की सूचना पर पीआरवी 1857 तत्काल मौके पर पहुंचकर तुरंत कार्यवाही करते हुए घायल व्यक्ति को पीआरवी कर्मियों ने इलाज हेतु कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया। घटना की जानकारी स्थानीय थाने को दी।

20 जुलाई को को थाना एक्सप्रेस-वे क्षेत्रान्तर्गत पीआरवी 1844 के कर्मियों ने गश्त के दौरान राहगीरों द्वारा दी गई हादसे की मौखिक सूचना पर पीआरवी कर्मियों ने तत्काल मौके पर जाकर देखा, तो कोई अज्ञात वाहन एक केंटर को पीछे से टक्कर मारकर भाग गया था जिसके कारण कैंटर चालक गंभीर रूप से घायल होकर गाडी में फंसा हुआ था। पीआरवी कर्मियों ने तुरंत कार्यवाही करते हुए घायल को बाहर निकालकर उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया तथा घटना की सूचना स्थानीय थाने और परिजनों को दी।

22 जुलाई को थाना दादरी क्षेत्रान्तर्गत पीआरवी 2648 को गश्त के दौरान राहगीरों ने हादसे की मौखिक सूचना दी। इस पर पीआरवी कर्मियों ने तत्काल घटनास्थल पर जाकर देखा, तो एक कैंटर ने खडे ट्रक में पीछे से टक्कर मार दी थी। इससे कैंटर चालक गंभीर रूप से घायल होकर गाडी में फंसा हुआ था। 3 अन्य व्यक्ति घायल हो गए थे, को पीआरवी कर्मियों ने कैंटर चालक को बाहर निकालकर और सभी घायलो को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) दादरी में भर्ती कराया। घटना की सूचना स्थानीय थाने को दी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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