कलर्स चैनल पर एक टीवी सीरियल शुरू हो रहा है, जिसका नाम 'डोरी' है। इसको लॉन्च करके बालिका परित्याग के मुद्दे को संबोधित करने के लिए, आज महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ पहल के साथ अपने सहयोग की घोषणा की। टेलीविज़न ने एक माध्यम के रूप में समाज को आइना दिखाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है और कई महिलाओं को बदलाव का स्रोत बनने के लिए प्रेरित किया है। सामाजिक बदलाव लाने और बालिकाओं के प्रति लैंगिक पक्षपात को दूर करने के उद्देश्य से, इस सहयोग के माध्यम से कलर्स का उद्देश्य बालिका परित्याग की सामाजिक बुराई के बारे में जागरूकता फैलाना है।इस विषय पर एक प्राइमटाइम शो लॉन्च करने के अलावा, इस सहयोग के तहत, कलर्स देश भर में किसी भी त्यागी गई लड़की के लिए सहायता चाहने वालों के लिए 24 घंटे की आपातकालीन टोल फ्री चाइल्डलाइन इंडिया हेल्पलाइन नंबर (1098) का प्रचार करेगा। कलर्स पर हर सोमवार से शुक्रवार रात 9:00 बजे प्रसारित होने वाले शो ‘डोरी’ का उद्देश्य लोकप्रिय संवाद पैदा करना और इस तरह से बालिका परित्याग के मुद्दे पर जागरूकता फैलाना है।
स्मृति ईरानी ने कही ये बात
महिला एवं बाल विकास और अल्पसंख्यक कार्य मंत्री, माननीय श्रीमती स्मृति ईरानी कहती हैं, 'जिस तरह किसी देश की प्रगति इस बात से निश्चित होती है कि वहां महिलाओं और बच्चों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है, उसी तरह मनोरंजन का प्रभाव इस बात से निर्धारित होता है कि वह मानसिकता को कैसे बदल सकता है। हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पहल के माध्यम से लड़कियों के प्रति दृष्टिकोण बदलने में काफी प्रगति की है। मुझे खुशी है कि हमारे देश का अग्रणी मनोरंजन चैनल कलर्स बालिका परित्याग की महत्वपूर्ण लेकिन अक्सर नजरअंदाज़ की जाने वाली समस्या पर एक शो डोरी बनाने के लिए, इस पहल में शामिल हो गया है। चैनल दर्शकों के बीच हमारी चाइल्डलाइन इंडिया 1098 हेल्पलाइन के बारे में जागरूकता फैलाएगा और इस पहल को बेहद आवश्यक लोकप्रिय समर्थन देगा।'