व्यस्त रहने के कारण और जीवन की परेशानियों के बीच लोग हंसना-मुस्कुराना और खिलखिलाना कम कर देते हैं. जिसकी वजह से मानसिक तनाव का शिकार भी हो जाते हैं. मानसिक तौर पर स्वस्थ रहने के लिए हंसना जरूरी है, जिसके लिए आप मजेदार चुटकुले पढ़ सकते हैं.
पति- क्या तुम जानती हो कि संगीत में इतनी शक्ति होती है कि पानी गरम हो सकता है?
पत्नी- हां जरूर, क्यों नहीं.
जब तुम्हारा गाना सुन कर मेरा खून खौल सकता है,
तो पानी क्यों नहीं.
फिर पत्नी की हुई जोरदार कुटाई.
पहला कैदी - तुम्हें पुलिस ने क्यों पकड़ा?
दूसरा कैदी - बैंक लूटने के बाद वहीं बैठकर पैसे गिनने लगा तो पुलिस ने पकड़ लिया.
पहला कैदी - वहीं पर पैसे गिनने की क्या जरूरत थी?
दूसरा कैदी - वहां पर लिखा था कि काउंटर छोड़ने से पहले पैसे गिन लें, बाद में बैंक जिम्मेदार नहीं होगा.
एक आदमी 2 महीने से अस्पताल में था, जब उसे डिस्चार्ज किया जाने लगा तो उसने महसूस किया कि उसे नर्स से प्यार हो गया है...
उसने सोचा दिल की बात कह देनी चाहिए.
उसने जैसे ही नर्स को देखा तो बोला- आई लव यू नर्स...तुमने मेरा दिल चुरा लिया है...
नर्स- चल हट झूठे, हमने तो तेरी सिर्फ किडनी चुराई है.
आदमी बेहोश....अब दोबारा अस्पताल में भर्ती हैं.
पति के घर से बाहर निकलते ही पत्नी बोली
भगवान के हाथ जोड़कर घर से निकला करो, सारे काम अच्छे होंगे
पति- मैं नहीं मानता, शादी वाले दिन भी हाथ जोड़कर ही घर से निकला था.
पिता बेटे पर गुस्सा करते हुए- एक काम
ढंग से नहीं होता तुझसे, पुदीना लाने के लिए
कहा था और तू ये धनिया ले आया.
तुझ जैसे बेवकूफ को तो घर से निकाल देना चाहिए.
बेटा- पापा फिर तो चलो इकट्ठे ही चलते हैं.
पिता- क्यों?
बेटा- क्योंकि मम्मी कह रही थी कि ये मेथी है.
मरीज- डॉक्टर साहब, मेरी दाईं टांग में बहुत दर्द रहता है.
डॉक्टर- ये तो उम्र का तकाजा है.
मरीज- लेकिन मेरी बाईं टांग की भी तो उम्र उतनी ही है,
फिर दाईं टांग में ही तकलीफ क्यों.
चप्पू- तुम्हारी आंख क्यों सूजी हुई है?
गप्पू- कल मैं अपनी पत्नी के जन्मदिन पर केक लेकर गया था.
चप्पू- लेकिन इसका आंख सूजने से क्या संबंध है?
गप्पू- मेरी पत्नी का नाम तपस्या है,
लेकिन केक वाले बेवकूफ दुकानदार ने लिख दिया-
Happy Birthday समस्या.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)