सेना का पैराशूट अब आमजन के आएगा काम, मुसीबत में फंसे लोगों के लिए बनेगा जीवन रक्षक
कानपुर ओपीएफ में सप्लाई ड्राप पैराशूट बन रहे हैं। आयुध निर्माणी के महाप्रबंधक ने सेना की मांग पर 1200 से ज्यादा पैराशूट से लदा ट्रक सीओडी से रवाना किया है। अब ये पैराशूट बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाने के काम भी आएगा।
कानपुर, [विवेक मिश्र]। बाढ़ व सूखा प्रभावित क्षेत्रों में मुसीबत में फंसे लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाने और आपदा प्रबंधन में सप्लाई ड्राप पैराशूट जीवनरक्षक साबित होगा। कानपुर के ओपीएफ (आर्डनेंस पैराशूट फैक्ट्री) में बन रहा सप्लाई ड्राप पैराशूट अभी तक दुर्गम क्षेत्रों में सेना को हथियार, राशन व अन्य जरूरी चीजें पहुंचाने में काम आ रहा था, लेकिन अब इस पैराशूट का उपयोग आपदा प्रबंधन में भी किया जाएगा।
ओपीएफ अधिकारी ने बताया कि इस पैराशूट में 135 से 160 किग्रा तक भार उठाकर पहाड़ी क्षेत्रों व दुर्गम इलाकों तक पहुंचाने की क्षमता है। इस पैराशूट की मियाद 10 साल तक है। अभी तक सेना के अधिकारी इस पैराशूट को एक से दूसरे स्थान सैन्य साजो सामान पहुंचाने के काम में लाते हैं। सेना के उच्चाधिकारियों की मांग पर ओपीएफ कानपुर के महाप्रबंधक ने वित्तीय वर्ष के पहले दिन 1200 सप्लाई ड्राप पैराशूट दिए।
सीओडी से रवाना किया पैराशूट का ट्रक : वित्तीय वर्ष के पहले दिन एक अप्रैल को ओपीएफ के महाप्रबंधक सुशील सिन्हा ने सीओडी से ट्रक को हरी झंडी दिखा रवाना किया। अपर महाप्रबंधक आशीष कुमार, संयुक्त महाप्रबंधक एस. बनर्जी, संयुक्त महाप्रबंधक विवेक गुप्ता, सहायक कार्य प्रबंधक प्रशासन अमरदीप कुमार उपस्थित रहे।
-नए वित्तीय वर्ष में उच्च उत्पादन को लेकर समग्र रोडमैप बना लिया गया है। सेना की मांग के अनुसार पूरे साल पैराशूट निर्माण का कार्य जारी रहेगा। ओपीएफ में बेहतरीन गुणवत्ता के साथ उत्पादन का कार्य तेजी से चल रहा है। -सुशील सिन्हा, महाप्रबंधक ओपीएफ, कानपुर।