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जब तिल के ज्यादा सेवन से दो महिलाएं हुईं बीमार... डॉक्टर ने बताया एक दिन में कितनी मात्रा में तिल खाना है सही

Til Ke Fayde Aur Nuksan In Hindi: जैसा कि आयुर्वेद में भी कहा गया है कि तिल का सेवन सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है, मगर जब आप इसे अधिक मात्रा में सेवन करते हैं तो यह नुकसान भी पहुंचा सकता है।

Written by Atul Modi | Published : January 14, 2022 10:53 AM IST

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तिल को कैसे खाना चाहिए - (How Much Sesame Is Too Much Sesame)

इन दिनों तिल सोशल मीडिया पर चर्चित एक नया सुपरफूड है और कई लोग तिल के लड्डू, चिक्की, बर्फी, गजक, ताहिनी, तिल के तेल आदि का सेवन कर रहे हैं। मूंगफली, सोयाबीन और रेपसीड जैसी समान फसलों की तुलना में तिल के तेल को सबसे अधिक फायेदमंद माना जाता है। तिल के बीज प्रोटीन, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट के भी समृद्ध स्रोत हैं। यही कारण है कि तिल का सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। लेकिन हम में से बहुत से लोग यह नहीं जानते हैं कि जब तिल के सेवन की बात आती है तो यह कितना फायदेमंद है और आपको कितना इसका सेवन करना चाहिए। साथ ही इसके अधिक सेवन से क्या नुकसान हो सकते हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. अपर्णा पद्मनाभन (Dr.Aparna Padmanabhan, BAMS,MD,PhD Ayurveda) बताती हैं कि तिल का अधिक सेवन करने से अनेक जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं।

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तिल का ज्यादा सेवन करने से दो लोग पड़े बीमार

डॉ. अपर्णा बताती हैं कि पिछले महीने उनके क्लिनिक में एक ही समय में 2 मरीज उनसे जुड़े पहले मरीज को नाभि में तिल का तेल लगाने से अचानक गर्मी का अनुभव होने लगा था। वहीं दूसरे को, गंभीर रक्तस्राव और हॉट फ्लैशेस की समस्या थी। उनकी जीवनशैली और खानपान के इतिहास को खंगालने पर उन्हें पता चला कि ऐसा उनके साथ इसलिए हो रहा था क्योंकि वह तिल के फायदों को सोशल मिडिया पर पढ़ने के बाद कि तिल का सेवन मासिक धर्म के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है इसलिए वह एक दिन में 3 से 4 तिल के लड्डू का सेवन कर रही थी। Also Read - आर्टरी ब्लॉकेज को रोकते हैं ये 5 सुपरफूड्स, नसों में नहीं जमा होती गंदगी

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आखिर क्यों हानिकारक है तिल का अत्यधिक सेवन

डॉ. अपर्णा की मानें तो एक पित्त असंतुलन होने के कारण, उनका पित्त और रक्त और भी असंतुलित हो गया और उन्हें मासिक धर्म के दौरान अधिक रक्तस्राव होने लगा। क्योंकि तिल के तेल, बीज और उनसे बने व्यंजनों के अधिक सेवन से पित्त और कफ असंतुलित हो सकता है। यही कारण है कि मेरे दोनो मरीजों को तिल के अधिक सेवन के कारण हॉट फ्लैशेस और मासिक धर्म के दौरान अधिक रक्तस्राव जैसी जटिलताओं का सामना करना पड़ा।

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एक दिन में कितनी मात्रा में तिल का सेवन है सही

डॉ. अपर्णा के अनुसार यदि आपको रक्तस्राव विकार (Bleeding Disorder), त्वचा की समस्या, कृमि संक्रमण है तो मॉडरेशन में तिल का सेवन करें। एक दिन में 5 ग्राम ठीक है, लेकिन इससे अधिक तब तक ना लें जब तक की एक योग्य आयुर्वेद चिचिकित्सक ऐसा करने के सलाह नहीं देता है। गर्म मसाले, हलीम के बीज आदि के लिए भी यही बात लागू होती है। Also Read - किसी को न बताएं रिलेशनशिप की ये बातें, वरना रिश्तों में बढ़ जाएंगी दूरियां

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यह भी ध्यान रखें

हर बार जब आप अपने आहार या जीवन शैली में कुछ नई चीजें जोड़ते हैं, तो देखें कि आपका शरीर और दिमाग उस पर क्या प्रतिक्रिया दे रहा है.. यह जागरूकता किसी भी विशेषज्ञ की राय से सबसे महत्वपूर्ण है। हम में से हर एक व्यक्ति एक दूसरे से अलग और अनोखा है, यही कारण है की अलग-अलग आहार और जीवन शैली का हमारे सिस्टम पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है। कई बार आप जलवायु में परिवर्तन, शरीर की असंतुलन की स्थिति या जगह में परिवर्तन के कारण उन चीजों पर प्रतिकूल प्रतिक्रिया विकसित कर सकते हैं जिन्हें आप बचपन से करते आ रहे हैं। ऐसे में आपको जागरूक और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। संकेतों को ध्यान से सुनें आपका शरीर और दिमाग लक्षणों के माध्यम से कुछ बताने की कोशिश कर रहा है। (Inputs: Dr.Aparna Padmanabhan Instagram)